Property Buying Process in Indore
प्रॉपर्टी खरीदने में जहाँ हम अपने जिंदगी भर की कमाई लगा देते है वही उसी प्रॉपटी के साथ हमारे भविष्य के कई सपने भी जुड़े हुए होते है इस प्रोसेस में समय, पैसा और बहुत मेहनत तो लगती ही है और पूरी प्रोसेस में सर दर्द बना रहता है प्रॉपटी खरीदने से पहले बहुत सी प्रक्रियाओं से गुजरना बढ़ता है अगर आपको इनकी पहले से जानकारी नहीं है तो आप बहुत सी उलझनों का सामना कर सकते है.
प्रॉपर्टी खरीदते समय यदि आप आगे बताई गयी बातो का ध्यान रखते है तो काफी हद तक Buying Process को सरल कर सकते है तो आइये जानते है ऐसी कौन सी Steps है जिनको ध्यान में रखकर हमे आगे बढ़ना होता है
अपना Mindset करे, बजट और Financial Goal को लेकर तैयार रहे
सबसे पहले तो आपका Mindset होना चाहिए कि आप प्रॉपर्टी लेने के लिए तैयार है और यही आपके लिए सही समय है. अपना खुद का घर हो यह तो सभी चाहते है पर घर खरीदने के लिए हमें उस वक्त का इंतजार करना पड़ता है जब हमारे पास Down Payment के लिए कुछ रकम जमा होती है और शेष रकम लोन द्वारा चुकाने की भी व्यवस्था होती है|
भविष्य की जरूरतों को समझे
प्रॉपर्टी लेते समय हमे आज की जरुरतो के साथ साथ भविष्य की जरूरतों को भी देखना चाहिए. आपकी जरुरत के सभी मुलभुत सुविधाएं जैसे हॉस्पिटल, शॉपिंग मॉल, बच्चो के लिए स्कूल, ट्रांसपोर्ट आदि उपलब्ध होने जरुरी है ताकि आपको भविष्य में इनके लिए भटकना ना पड़े|
प्रॉपर्टी व लोकेशन सर्च
प्रॉपर्टी सर्च के लिए आज इंटरनेट सबसे अच्छा माध्यम बन गया है इंटरनेट के जरिये आप अलग अलग लोकेशन में चल रहे प्रोजेक्ट्स व कॉलोनियो में स्थित घर, फ्लैट्स व प्लॉट्स के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते है ऑनलाइन या वेबसाइट पर प्रॉपर्टी से जुडी सभी जानकारी लेकर आप अपने बजट और भविष्य की मुलभुत आवश्यकताओं को समझकर बेस्ट लोकेशन का चयन कर सकते है. बेहतर होगा की चयन की गयी लोकेशन में 8 से 10 प्रॉपटी की लिस्ट तैयार करे.
प्रॉपटी का फिजिकल वेरिफिकेशन
इस स्टेप में आपको ऑनलाइन सर्च किये गए घर, फ्लैट्स या प्लाट को खुद जाकर देखना होगा जिसमे आपको बिल्डर के द्वारा पहले से तैयार किये गए मॉडल हाउस या फ्लैट को देखने के साथ साथ उपलब्ध मुलभुत सुविधाओ को जांचना चाहिए. विजिट की गयी प्रॉपटी में उपलब्ध सुविधाओं के साथ साथ उन पर लगने वाले खर्चो का भी आंकलन करे.
लीगल वेरिफिकेशन ( कानूनी तौर पर आंकलन )
विजिट के दौरान आपको यह जानना जरुरी है कि आप जो प्रॉपर्टी देख कर रहे है वह लीगल है भी या नहीं इसके लिया आपको बिल्डर्स या डेवेलपर्स से पूछना होगा की वह कौन कौन से बैंक या फाइनेंसियल इंस्टिट्यूट से एप्रूव्ड है अमूमन यदि यह किसी बड़े बैंक या फाइनेंसियल इंस्टिट्यूट जैसे SBI, HDFC से एप्रूव्ड हो तो आपको कुछ भी समझने की जरुरत नहीं है क्योंकि इन बैंको ने पहले से ही सारे डाक्यूमेंट्स चेक कर रखे है और सब कुछ वेरिफाय करने के बाद ही Approval Certificate प्रदान किया है
प्राइस वेरिफिकेशन ( संपत्ति के सही मूल्य का आंकलन )
अब हमारे पास पसंद की गयी प्रॉपर्टी की सारी जानकारी उपलब्ध होती है जिनका आकलन हमारे द्वारा फिजिकल वेरिफिकेशन के तौर पर पहले से कर लिया गया है तब हमें विभिन्न प्रॉपर्टीज में उपलब्ध सुविधाओ के साथ उसके मूल्य का आंकलन करना होगा आम तौर पर यह देखा गया है की जितनी ज्यादा सुविधाएं होगी उतना है प्रॉपटी के मूल्य में अंतर देखने को मिलेगा फिर भी काम्पटीशन के इस दौर में बहुत से बिल्डर और डेवेलपर्स अधिक से अधिक सुविधाओं के साथ कम से कम रेट ऑफर कर रहे है|
फाइनल सिलेक्शन
फाइनल सिलेक्शन के समय अपने दोस्तों और रिस्तेदारो से सलाह जरूर ले और जहाँ तक हो सके जिन लोगो ने पहले से उस प्रोजेक्ट, कॉलोनी या अप्पार्टमेन्ट में पहले से ही प्रॉपर्टी ले चुके है उनसे संपर्क करे.
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Frequently Asked Questions: