ब्याज दरे घटने से करोड़ों ग्राहको को नुकसान, लोन लेने वालो को फायदा



लाकडाउन के बीच बैंक ग्राहको मे एक तरफ लोन की ब्याज दर को लेकर खुशी की लहर है वहीं बैंक में पैसे रखने वाले लोगों मे निराशा का माहौल है हाल ही में देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने ग्राहकों को झटका देते हुए बचत खाते पर ब्याज दरें घटा दी है इस फैसले से करोड़ों ग्राहकों को झटका लगा है


भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में बचत बैंक खातें पर सालाना ब्याज दर 0.05 फीसदी घटाकर 2.70 फीसदी पर आ गई है अप्रैल में बैंक ने सभी स्लैब में बचत बैंक खाते पर ब्याज दर को 0.25 फीसदी घटाकर 2.75 फीसदी कर दी थी बैंक बीते हफ्ते में एफडी पर भी ब्याज दरें घटा चुका है बैंक ने सभी अवधि की एफडी पर ब्याज दरें 0.40 तक घटा दी.


बैंको मे मौजूद नगदी फिर रेपो रेट मे कटौती

अर्थव्यवस्था को बढावा देने के मकसद से रिजर्व बैंक के द्वारा रेपो रेट में कई बार कटौतियों की जा रही है जिससे बैंको नगदी को लेकर असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है माना जा रहा है कि बैंकों में इस समय काफी नकदी उपलब्ध है लॉकडाउन के कारण कर्ज की मांग कमजोर रही है इससे बैंक में वित्तीय अंतुलन सा पैदा हो गया और बैंक पर ग्राहकों की जमा पर ब्याज भुगतान का दबाव बढ़ गया. इसी माह में ही पंजाब नेशनल बैंक, आई सी आई सी आई के साथ अन्य सरकारी बैंक और प्राइवेट बैंक ने भी बचत खाते और एफडी पर ब्याज दर मे कटौतियों की है


लोन की ब्याज दरो मे आगे भी कमी संभव

रेपो रेट मे कटौतियों के चलते बैंको ने अपने कर्जदारो के लिए ब्याज दर मे भी कटौती की है जिससे अब लोन लेना और भी सस्ता हो गया है किंतु जिस दर से रिजर्व बैंक रेपो रेट मे लगातार कटौतियों कर रहा है उसके मुकाबले बैंको की ब्याज दरो मे कटौतियों का अनुपात अभी तक कम ही रहा है उम्मीद की जा रही है कि इसका फायदा लोन लेने वाले ग्राहकों को जल्द ही मिलेगा जिससे कि होम लोन, कार लोन, पर्सनल और बिजनेस लोन और भी सस्ते हो जाएंगे


अभी रेपो रेट 0.40 फीसदी कम हुआ




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